नई दिल्ली. एक जेलर का काम उसकी जेल में आए कैदियों को सही राह दिखाना होता है ताकि वो अपनी सजा पूरी करने के बाद फिर से एक अच्छी जिंदगी जी सके. तब क्या हो जब एक जेलर ही अपराधियों के साथ मिलकर गलत राह पर निकल जाए. असम की डिब्रूगढ़ सेंट्रल जेल में खालिस्तान समर्थक कैदियों के कब्जे से स्मार्टफोन सहित इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स मिलने का मामला सामने आया है. इतनी हाई प्रोफाइल सेल में इस तरह की चीजें मिलने के बाद असम के डीजीपी भी सन्न रह गए. उन्होंने तुरंत एक्शन लेते हुए जेल अधीक्षक को गिरफ्तार करने का आदेश जारी किया.
एक अधिकारी ने बताया कि जेल अधिकारी को “ढिलाई” के लिए सुबह गिरफ्तार कर लिया गया. वह फिलहाल डिब्रूगढ़ सदर पुलिस स्टेशन में हैं. उन्होंने कहा कि यह गिरफ्तारी पिछले महीने जेल में राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (NSA) के बंदियों के पास से इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स की जब्ती के संबंध में की गई थी. खालिस्तानी समर्थक कैदियों के कब्जे से जब्त किए गए गैजेट्स में एक सिम कार्ड के साथ स्मार्टफोन, एक कीपैड फोन, कीबोर्ड के साथ एक टीवी रिमोट, एक स्पाई-कैमरा पेन, पेनड्राइव, एक ब्लूटूथ हेडफोन और स्पीकर मिला.
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पुलिस महानिदेशक जीपी सिंह ने इस मामले में एक्स पर पोस्ट में लिखा, ‘डिब्रूगढ़ जेल में होने वाली अनधिकृत गतिविधियों के बारे में जानकारी मिलने पर एनएसए ब्लॉक के सार्वजनिक क्षेत्र में अतिरिक्त सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे. ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए कानूनी कार्रवाई और कदम उठाए जा रहे हैं.”

खालिस्तानी आतंकी अमृतपाल सिंह, उसके चाचा सहित संगठन से जुड़े करीब 10 लोग इस जेल में बंद हैं. अमृतपाल को पिछले साल 19 मार्च से डिब्रूगढ़ की जेल में लाया गया था. खालिस्तान पर एक्शन के बाद एनआईए ने इन्हें पंजाब के विभिन्न हिस्सों से एनएसए के तहत गिरफ्तार किया गया था.
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FIRST PUBLISHED : March 8, 2024, 16:19 IST
